Tuesday, February 16, 2021

राजा की नौकरी

 आनंदित रहने की कला*/ कृष्ण मेहता 


🕉️🌅🌄शुभप्रभात🌅🌄*

  

 



एक राजा बहुत दिनों से विचार कर रहा था कि वह राजपाट छोड़कर *अध्यात्म* (ईश्वर की खोज) में समय लगाए । 

राजा ने इस बारे में बहुत सोचा और फिर अपने गुरु को अपनी समस्याएँ बताते हुए कहा कि उसे राज्य का कोई योग्य वारिस नहीं मिल पाया है । राजा का बच्चा छोटा है, इसलिए वह राजा बनने के योग्य नहीं है । 

जब भी उसे कोई पात्र इंसान मिलेगा, जिसमें राज्य सँभालने के सारे गुण हों, तो वह राजपाट छोड़कर शेष जीवन अध्यात्म के लिए समर्पित कर देगा ।


*गुरु ने कहा, "राज्य की बागड़ोर मेरे हाथों में क्यों नहीं दे देते ? क्या तुम्हें मुझसे ज्यादा पात्र, ज्यादा सक्षम कोई इंसान मिल सकता है ?"*


राजा ने कहा, *"मेरे राज्य को आप से अच्छी तरह भला कौन संभल सकता है ?*

 *लीजिए, मैं इसी समय राज्य की बागड़ोर आपके हाथों में सौंप देता हूँ ।"*


गुरु ने पूछा, *"अब तुम क्या करोगे ?"*


राजा बोला, *"मैं राज्य के खजाने से थोड़े पैसे ले लूँगा, जिससे मेरा बाकी जीवन चल जाए ।"*


गुरु ने कहा, *"मगर अब खजाना तो मेरा है, मैं तुम्हें एक पैसा भी लेने नहीं दूँगा ।"*


राजा बोला, *"फिर ठीक है, "मैं कहीं कोई छोटी-मोटी नौकरी कर लूँगा, उससे जो भी मिलेगा गुजारा कर लूँगा ।"*


गुरु ने कहा, *"अगर तुम्हें काम ही करना है तो मेरे यहाँ एक नौकरी खाली है । क्या तुम मेरे यहाँ नौकरी करना चाहोगे ?"*


राजा बोला, *"कोई भी नौकरी हो, मैं करने को तैयार हूँ ।"*


*गुरु ने कहा, "मेरे यहाँ राजा की नौकरी खाली है । मैं चाहता हूँ कि तुम मेरे लिए यह नौकरी करो और हर महीने राज्य के खजाने से अपनी तनख्वाह लेते रहना ।"*


एक वर्ष बाद गुरु ने वापस लौटकर देखा कि राजा बहुत खुश था । 

अब तो दोनों ही काम हो रहे थे । जिस अध्यात्म के लिए राजपाट छोड़ना चाहता था, वह भी चल रहा था और राज्य सँभालने का काम भी अच्छी तरह चल रहा था । अब उसे कोई चिंता नहीं थी ।


 *क्या परिवर्तन हुआ ?*

 *कुछ भी तो नहीं!* 

*राज्य वही,*

 *राजा वही,* 

*काम वही;* 

*बस दृष्टिकोण बदल गया ।*


इसी तरह  जीवन में अपना दृष्टिकोण बदलें । 

मालिक बनकर नहीं, बल्कि यह सोचकर सारे कार्य करें की, *"मैं ईश्वर कि नौकरी कर रहा हूँ"* 

*अब ईश्वर ही जाने।*

*सब कुछ ईश्वर पर छोड़ दें ।*

 *फिर आप हर समस्या और परिस्थिति में खुशहाल रह पाएँ।


🙏🙏🙏


सदैव प्रसन्न रहिये

जो प्राप्त है-वो पर्याप्त है


*🥀

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