Tuesday, May 18, 2021

जयघोष दिवस मुबारक हो

 🙏🙏 *आज के पावन दिवस पर* 🙏🙏

          🙏 *दाताजी के चरणों में* 🙏

🙏🙏🙏🙏 *!! गुहार !!* 🙏🙏🙏🙏


*महाकाल ने रूप धरा है विकराल।*

*निगलने चला आ रहा, फैला अपना जाल*


🙏 *दाता दयाल अब रक्षा कीजिए।*🙏

*काल के विकराल पंजों से छुड़ा लीजिए।*


*रात दिन, सुबह शाम रहते हैं सब घबराए।*

*काल के घातों को हम नहीं समझ पाए।*


                *हे ! दया के सागर !!*

*अब हमारे सर पर हाथ धर दीजिए।*

         *महाकाल के चक्कर से,*

            *हम को बचा लीजिए।*


 *दरबार पर तुम्हारे,*

*अर्ज़ी हैं हम लेकर आए।*


       🙏🙏 *मेरे दाता दयाल !* 🙏🙏

           *दया कर कबूल कर लीजिए।*

  

🙏🙏 *उजड़ते परिवारों की अब,* 🙏🙏

🙏🙏 *आप ही रक्षा कीजिए।* 🙏🙏🙏

   🙏 *बिलखते बालकों के सर पर हाथ धर दीजिए।* 🙏


 *आप है समर्थ, काल का मुख मोड़ने में।*

 *दाता दयाल अब, जरा भी विलंब ना कीजिए।*


*ज़र्रा ज़र्रा आपकी ही ओर है निहार रहा।*

*आपकी दया पाने की तमन्ना है पाल रहा।*


*कर्मों का बोझ बहुत है, उससे उबारिए।*

🙏 *अपने डूबते बच्चों को बचा लीजिए।* 🙏


*बिन दया के हम सभी डूब जाएंगे।*

*महाकाल के ग्रास बनते जाएंगे।*


🙏 *बांह पसार अब हमारी रक्षा कीजिए।* 🙏

     🙏🙏 *मेरे दाता मेरे सतगुरु,* 🙏🙏

       🙏 *दया की बरखा कीजिए।* 🙏

       🙏 *दया की बरखा कीजिए।* 🙏


🙏🙏🙏🙏 *राधास्वामी* 🙏🙏🙏🙏

🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

                       *:: याचक ::*

  *स्वरूप दयाल सत्संगी + राजपुर (बड़वानी)*

🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

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