Sunday, September 13, 2020

गुरु की मौज रहो तुम धार

 : 🙏🌹🙏राधास्वामी🙏🌹🙏राधास्वामी

 तेरी दया विचारे, काल विघ्न वे सब ही टारे; मन से खूटं छुड़ाई

 🙏🌹🙏राधास्वामी🙏🌹🙏

🌹🙏राधास्वामी 🌹🙏

स्वामी तुम काज बनाये सबन के ।

जो कोई सरन तुम्हारी आया ,

दीन गरीबीपन ले ।

सभी भार उसका तुम लीन्हा,

दुख हरे तन मन के ।।

🌹🙏राधास्वामी 🌹🙏

 🙏🌹🙏राधास्वामी🙏🌹🙏

दास कबीर यह करत बिनती महापुरूष अब मानिए, दया कीजे दरस दीजे अपना कर मोहि जानिए 

🙏🌹🙏राधास्वामी🙏🌹🙏


🙏🌹🙏राधास्वामी🙏🌹🙏

दुखित तुम बिन, रटत निसदिन, प्रगट दर्शन दीजिए; बिनती सुन प्रिय स्वामियाँ, बलि जाऊँ बिलम्ब न कीजिएँ 

🙏🌹🙏राधास्वामी🙏🌹🙏


: 🙏🌹🙏राधास्वामी🙏🌹🙏

जिय अकुलावत हिय घबरावत कोऊ उपाव बन आवत. सो उपाव कोई और न सूझत एक चरन की आसा

 🙏🌹🙏राधास्वामी🙏🌹🙏


🙏🌹🙏राधास्वामी🙏🌹🙏

गुरू धरा सीस पर हाथ, मन क्यों सोच करे

 🙏🌹🙏राधास्वामी🙏🌹🙏

🙏🌹🙏राधास्वामी🙏🌹🙏


पिया मेरे और मैं पिया की, कुछ भेद न जानो कोई, जो कुछ होये सो मौज से होई, पिया समरथ करे सोई 

🙏🌹🙏राधास्वामी🙏🌹🙏


🙏🌹🙏राधास्वामी🙏🌹🙏

गुरू प्यारे की दम दम शुक्रगुज़ार

 🙏🌹🙏राधास्वामी🙏🌹🙏

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सुमरिन करले हिये धर प्यार राधास्वामी नाम का आधार 

🙏🌹🙏राधास्वामी🙏🌹🙏


 🙏🌹🙏राधास्वामी🙏🌹🙏


मैं हू बाल अनाड़ी प्यारे तुम हो दाता अपर अपारे राखो चरनन मोहि सदा रे मेरी निसदिन यही पुकारी


🙏🌹🙏राधास्वामी🙏🌹🙏


[: 🙏🌹🙏राधास्वामी🙏🌹🙏


आज काज मेरे किन्हें पूरे बाजे घट में अनहद तूरे

 🙏🌹🙏राधास्वामी🙏🌹🙏


🙏🙏🙏🙏✌️🙏🙏🙏🙏 *राधास्वामी* 🙏🙏🙏🙏


गुरु की मौज रहो तुम धार।

              गुरु की रज़ा सम्हालो यार।।


गुरु जो करें सो हित कर जान।

              गुरु जो कहें सो चित धर मान।।


शुक़र की करना समझ विचार।

               सुख दुःख देंगे हिक़मत धार।।


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🙏🙏🙏🙏 *राधास्वामी* 🙏🙏🙏🙏

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