Friday, May 15, 2020

आर्थिक-सामाजिक चुनौतियों का दौर है






*हम आर्थिक चुनौतियों के दौर में हैं। व्यापार या काम धन्धा ठप्प हो गया।बहुत से लोगों की नौकरी चली गई होगी, जा सकती है।* सैलरी कम हो गई होगी या हो सकती है। *याद रखना है कि ये हालात आपकी वजह से नहीं आए हैं।* आप ख़ुद को दोष न   दें। न हार, अपमानित महसूस करें। रास्ता नज़र नहीं आएगा लेकिन हिम्मत न हारें। *कम से कम खर्च करें।* अपनी मानसिक परेशानियों को लेकर अकेले न रहें। *दोस्तों से बात करें।* रिश्तेदारों से बात करें। *किसी तरह का बुरा ख़्याल आए तो न आने दें।* इस स्थिति से कोई नहीं बच सकता। *तो धीरे धीरे खुद को पहाड़ काट कर नया रास्ता बनाने के लिए तैयार करें।* अपनी भाषा या सोच ख़राब न करें। *कुछ भी हो जाए, जीना है, कल के लिए।* धीरज रखें। कम में जीना है। *यह वक्त आपका इम्तहान लेने आ गया है।*

भरोसा रखिए जब आपने एक बार शून्य से शुरू कर यहाँ तक आये है तो *एक और बार शून्य से शुरू कर आप कहीं से कहीं पहुँच जाएँगे।* बस यूँ समझिए कि आप लूडो(सांप सीढ़ी)खेल रहे थे। 99 पर साँप ने काट लिया है *लेकिन आप गेम से बाहर नहीं हुए हैं।* क्या पता   कब सीढ़ी मिल जाए। थोड़े दिन झटके लगेंगे, उदासी रहेगी लेकिन हँसते-मुस्कराते रहिये।

🙏 *सदैव सकारात्मक रहे* 🙏


 राधास्वामी
राधास्वामी
राधास्वामी। राधास्वामी
राधास्वामी
राधास्वामी
 दयाल की दया राधास्वामी सहाय राधास्वामी
राधास्वामी
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