Saturday, October 31, 2020

दयालबाग़ मेँ आजकल की सूचनाएँ

 एडवाइज़री कमेटी ऑन एजुकेशन (ACE) की मीटिंग में

परम पूज्य हुज़ूर प्रो. प्रेम सरन सतसंगी साहब द्वारा फ़रमाए गए अमृत बचन

(बुधवार 23 सितम्बर, 2020 को सुबह कृषिकार्य के दौरान)

 (पिछले दिन का शेष)


          परम पूज्य हुज़ूर द्वारा आदेश दिए जाने पर कानूनी सलाहकार (डी.ई.आई.) ने सेन्ट्रल गवर्नमेन्ट के मूल्यांकन की विधि में संशोधन किए जाने तथा विचाराधीन विषय के कानूनी सुधार के संबंध में अपने विचार प्रस्तुत किए।

तत्पश्चात् परम पूज्य हुज़ूर ने फ़रमाया-

          विश्व स्तर पर Cumulative Grade Point Average (CGPA) को मान्यता प्राप्त है तथा कोर्ट भी CGPA सिस्टम के प्रति सजग हैं तथा पूर्व में 4.00 में से 4.00 CGPA जो फ़ुट-पाउण्ड-सेकेण्ड था और अब मेट्रिक सिस्टम हो गया है। तो इसकी वास्तविकता से कोई इन्कार नहीं करता है। CGPA Index की कोर्ट को पूर्ण जानकारी है, CGPA चाहे पूर्व का फ़ुट, पौण्ड, सेकण्ड सिस्टम हो या वर्तमान विश्वव्यापी प्रयोग किया जाने वाला सिस्टम हो, जिसे संक्षेप में मेट्रिक सिस्टम कहते हैं। सरकार ने स्वयं प्रधानमंत्री व प्रेसीडेन्ट, वाइस-प्रेसीडेन्ट को परामर्श देने हेतु देश में प्रयुक्त लोकतंत्र में विशेषज्ञ डा. सैम पिट्रोदा की सहायता ली है। तो ऐसा कुछ नहीं है कि कोर्ट जानते नहीं हैं। उन्हें पता है कि इनका अर्थ क्या है। पहले प्रतिशत अंक का सिस्टम था। यह एक बार फिर पीछे के दरवाज़े से पुराने प्रतिशत सिस्टम से भी बदतर पर्सन्टाइल (Percentile) सिस्टम को लाकर इसको वैज्ञानिक मूल्यांकन का दावा पेश करना है, जिसका देशीय सिस्टम पर प्रयोग वर्जित है और केवल अन्तर्राष्ट्रीय मूल्यांकन में प्रयुक्त होता है।

          तत्पश्चात् परम पूज्य हुज़ूर द्वारा पूछे जाने पर प्रो. पम्मी दुआ, डायरेक्टर, दिल्ली स्कूल ऑफ़ इकोनोमिक्स ने CGPA विधि के सम्बन्ध में अपने विचार प्रस्तुत किए और अग्रणी संस्थान दिल्ली स्कूल ऑफ़ इकोनोमिक्स की फ़िलौसफ़ी व कार्यों (दायित्वों) को संक्षेप में बताया।

         परम पूज्य हुज़ूर ने पुनः टिप्पणी करते हुए फ़रमाया-

          मैं समझता हूँ कि डॉ. सैम पिट्रोदा द्वारा किए गए मूल्यांकन को विश्व भर में फैले दर्शकों को सुनाया जाए इससे बेहतर समझ होगी। यह वार्त्ता दो घंटे की थी, इसके प्रारम्भ के 10 मिनट तथा अंत के 10 मिनट जिसमें समापन किया गया था उसे सुनवाएँ। मल्टीमीडिया सेंटर इसे e DEI www.education पर रिलीज़ करें।

          इसके पश्चात् डॉ. सैम पिट्रोदा के भाषण के कुछ उद्धरण सुनवाए गए जिसमें डी.ई.आई. (डीम्ड यूनिवर्सिटी) द्वारा कोविड-19 महामारी के दौरान किए गए अथक प्रयासों की प्रशंसा की गई है। उन्होंने DEI (डीम्ड यूनिवर्सिटी) के शिक्षा के क्षेत्र में किए गए अग्रणी कार्यों तथा उच्चस्तर की सफलता व उपलब्धियों के परिपेक्ष्य में कहा कि संस्थान को अब Scaling (विस्तार) पर बल देना चाहिए जिससे कि यह विश्व के हर नुक्कड़ व कोने में स्थापित हो जाए जिससे कि इसकी अनूठी शिक्षा प्रणाली से अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हों। उन्होंने यह भी कामना की कि देश के प्रत्येक डिस्ट्रिक्ट में डी.ई.आई. स्थापित हो।

          मीटिंग के अन्त में डा. विजय कुमार ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए बताया कि ’दयालबाग़ जीवन शैली’ प्रकृति के साथ समन्वय, जो पृथ्वी ग्रह की वर्तमान एवं भावी सुरक्षा एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए आवश्यक है, पर विशेष बल देती है। उन्होंने यह भी बताया कि हमारी आध्यात्मिक प्रक्रिया (meditation process) की यह विशेषता है कि यह microcosm (सूक्ष्म जगत) की खोज कर macrocosm से मेल कराती है जो परम सत्य की ओर ले जाती है, यही शिक्षा का परम लक्ष्य है।

 🙏Radhasoami 🙏


Gone from our sight but never from our hearts!


Pbn. Charansakhi  Thakur 1953 to 25 Oct. 2020 D/o. Late pbn. Vidya wati and late PB. Rana jaswant Roy district sec. Jaladhar branch is no more!

We pray Gracious Hazur to let her soul rest in his feet🙏:

 प्रदर्शनी सम्बन्धी आवश्यक सूचना


            यदि किसी ब्रांच के सतसंगी वर्ष 2021 के द्वितीय छमाही अर्थात् जुलाई से दिसम्बर, 2021 की अवधि में दयालबाग़ उत्पाद प्रदर्शनी आयोजित करने के इच्छुक हों तो उस ब्रांच के सेक्रेटरी इस निमित्त ब्रांच के सतसंगियों की एक मीटिंग बुलाएँ जिसका स्थान, समय और उद्देश्य की सूचना सेक्रेटरी द्वारा पूर्व में दी जाये। उपस्थित सतसंगी मीटिंग का एक अध्यक्ष चुनें जो शेष कार्यवाही करायेगा। उस बैठक में प्रदर्शनी कमेटी के चेयरमैन और अन्य सदस्यों का चयन किया जायेगा। इस प्रकार चुने गये चेयरमैन प्रदर्शनी कमेटी के सदस्यों के परामर्श से तैयार प्रस्ताव को अपने रीजन के प्रतिनिधि को तथा उसकी एक प्रतिलिपि रीजनल प्रेसीडेन्ट को देर से देर 30 नवम्बर, 2020 तक निम्नलिखित बातों का विवरण देते हुए भेज दें।

1.   ब्रांच का नाम।

2.   स्थान, शहर का नाम तथा पता जहाँ पर प्रदर्शनी प्रस्तावित है। (प्रदर्शनी का स्थान ब्रांच के क्षेत्र में रहेगा)।

3.   एक दिवसीय प्रदर्शनी में रखी गयी वस्तुओं का कुल सम्भावित मूल्य  1,00,000 रुपये से अधिक न हो। (रीजन दो अथवा तीन एक दिवसीय प्रदर्शनी के स्थान पर बड़े शहर में एक नियमित प्रदर्शनी,   जिसका मूल्य 3,00,000 रुपये से अधिक न हो, आयोजित कर सकता है)।

4.   प्रदर्शनी के लिए ब्याजमुक्त धनराशि देने वाले उसी ब्रांच के उपदेश प्राप्त सतसंगियों की सूची, जिसमें फ़ार्म ‘ए‘ की क्रम-संख्या/यू.आई.डी. संख्या प्रथम उपदेश की पूरी तिथि (तारीख़, माह एवं वर्ष) तथा दी जाने वाली राशि सहित जो प्रति व्यक्ति 2000/- रुपये से अधिक नहीं हो, सम्मिलित हों। जिन व्यक्तियों की प्रथम उपदेश की पूरी तिथि मालूम नहीं है उनका नाम ब्याजमुक्त धनराशि देने वालों की सूची में सम्मिलित न करें।

5.   प्रदर्शनी आयोजित करने का महीना/प्रस्तावित तिथि।

6.   प्रदर्शनी कमेटी के चेयरमैन का पूरा नाम एवं पता नगर के पिन कोड सहित (बड़े और साफ़ अक्षरों में) और टेलीफ़ोन/मोबाइल नम्बर, e mail ID (यदि हो तो) तथा प्रदर्शनी कमेटी के अन्य सदस्यों के नाम उनके प्रथम उपदेश की पूरी तारीख़ के साथ।

सेक्रेटरी

एस.सी.एस.डब्लू.एस. 


*जरूरी  सलाह*


*कोविड -१९  पेंडेमिक  के  समय  कृपया  निम्नलिखित  बातों  का  अवश्य  पालन  करें-*


( *१* )  मास्क  का  इस्तेमाल  अवश्य  करें।  हाथों  की  स्वच्छता  का  ध्यान  रखें।  हाथों  को  साबुन  से  धोएं  या  हैण्ड  सैनिटाइजर  का  इस्तेमाल  भी  कर  सकते  हैं।  सोशल  डिस्टेंसिंग  का  पालन  करें।


( *२* )  जो  कोविड  पॉजिटिव  हो  चुके   हैं,  वे  अपने  घरों में  सोडियम  हाइपोक्लोराइट  ( १ % )  का  स्प्रे  करें  और  यूवी  लाइट  का  उपयोग  सावधानीपूर्वक  करें।




( *३* )  ऐसे  व्यक्ति  डॉक्टर  विजय  कुमार,  एडवाइजर  मेडिकल  एजुकेशन  एंड  हेल्थ  केयर  प्रैक्टिस  की  सलाह  से  डेक्सामेथासोन  की  टेबलेट  लें।


*राधास्वामी*

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